कैंडल मेकिंग

कैंडल मेकिंग   मध्यम और निम्न वर्गीय समाज में अभी भी बड़े पैमाने पर मोमबत्तियों का प्रयोग होता है। शहरी क्षेत्रों में भी फ्लोटिंग, सुगंधित, रंग-बिरंगी और डिजाइनदार मोमबत्तियों की जबरदस्त मांग रहती है। कुछ फैंसी मोमबत्तियां तो डेकोरेटिव पीस के तौर पर सजाई जाने लगी हैं। पैराफीन मोम, रंग, इत्र, सांचे, सूत आदि का इस्तेमाल कर इस काम की शुरुआत आप घर के सदस्यों के साथ ही कर सकते हैं। 20 से 30 हजार में यह बिजनेस शुरू किया जा सकता है। अगरबत्ती और कैंडल मेकिंग कोर्स नोएडा में स्थित एंटरप्रिन्योरशिप ऐंड स्मॉल बिजनेस डेवलपमेंट (एनआईईएसबीयूडी) में कराया जाता है। एशियन सोसाइटी फॉर एंटरप्रिन्योरशिप एजुकेशन ऐंड डेवलपमेंट (www.aseedinternational.com) में भी इसकी टे्रनिंग दी जाती है। सॉफ्ट ट्वॉय मेकिंग (Soft Toy making):बच्चों के लिए सुरक्षित होने की वजह से सॉफ्ट ट्वॉय की हमेशा बढ़िया डिमांड रहती है। घरों को सजाने के लिए भी इनका इस्तेमाल होता है। इसमें रंग-बिरंगे फैंसी कपड़े, सिंथेटिक कॉटन, सुई-धागे और सजावट की अन्य वस्तुओं की जरूरत होती है। इसे भी अपने घर परिवार या मित्रों के साथमिलकर शुरू कर सकते हैं। एशियन सोसाइटी फॉर एंटरप्रिन्योरशिप एजुकेशन ऐंड डेवलपमेंट, एनवीटीआई आदि से इसका प्रशिक्षण लिया जा सकता है।

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